The 'GOOD' side effect of LOCK DOWN (Hindi)

                                                                              

 जबसे देश में lock down  हुयी है तबसे हमने सिर्फ इसके बुरे प्रभावों के बारे में ही पढ़ा है देखा है और सुना है। और आखिर हो भी क्यों ना  लोगों ने अपनी नौकरी खोयी है, व्यापारियों ने अपने ग्राहक खोये हैं और सबसे बुरी  स्तिथि तो उन मज़दूरों की हुयी है जिनका गुज़र बसर तभी चलता है जब वो सुबह से लेके शाम तक कमाते हैं और मज़दूरी करते हैं ताकि शाम को दो वक़्त की रोटी का इंतज़ाम हो सके। 

और यही नहीं हमने रुला देने वाले अनगिनत तस्वीरें भी देखि हैं जिन्होंने इस कोरोना काल में वो सारी कठिनाई झेली जिसको हम शायद कभी सपने में भी झेलने की नहीं सोच सकते।।

पर इस ब्लॉग को लिखने का कारण कुछ और है।  क्या आपने महसूस किया वक़्त ने आपको इतना वक़्त दिया की आप उनसे भी बात करने लगे और जानने लगे जो आप के करीब होकर भी दूर थे ? आपने ध्यांन दिया होगा तो पाया होगा की जबसे आपने होश संभाला है तबसे इतनी फुर्सत मिली ही नहीं शायद और हम जिंदगी जीना भूल से गए। 

मेरे कई दोस्तों ने मुझे बताया की की उन्हें अपने बच्चो के साथ कभी quality  time बिताने का मौका ही नहीं मिला, अपने माँ या पिता से कभी इतने फुर्सत से पुराने दिनों को याद करने का वक़्त नहीं मिला।  गाँव और छोटे शहरों में रहने वालों के लिए तो ये समय किसी अलग दुनिया में जाने जैसा था। उन गाँव की पगडंडियों पे चलना, बिछड़े हुए अपने दोस्तों जो काम धंधो के लिए शहरों की तरफ रुख कर लेते हैं और वर्षो तक गाँव की तरफ नहीं देखते हैं और आज उनसे मिलने का सुख दुःख बांटने का मौका मिला तो मानो ज़िंदगी ने आपको एक अविस्मरणीय छण दिया है जीने के लिए भले इसका कारण भयानक रूप से फैली एक बिमारी हो क्यों ना है। 


बच्चों के लिए तो ये पल मानो सबसे यादगार पलों को जीने का है, ना स्कूल जाने   चिंता और ना बस्तों के बोझ उठाने का झंझट।  हां पर जबसे कुछ स्कूल के द्वारा Online  क्लास की व्यवस्था हुयी तबसे इन खुशियों के पल में थोड़ी सी सेंध जरूर लगी है। 

कई लोगों को बहुत कुछ नया शुरू करने का मौका मिला, किसी ने इसी बहाने अपनी खोयी हुई कला को तराशा तो किसी ने नयी कला विकसित की।  मैंने भी इसी बहाने ब्लॉग लिखना शुरू किया है।  मेरे कई मित्रों ने जो कोई professional course या certificate course करना चाहते थे  ने शुरुआत की इसी बहाने अपने Skill  को Enhance करने में। कइयों ने इसी बहाने कई किताबे जो धुल खा रही थी को पढ़ना शुरू किया। 


कहने का तात्यपर्य ये है की ये जीवन बहुत अनमोल है और इसी अनमोल पल को नई तंदरुस्ती के साथ जीने का मौका मिला है फिर से अपनो के साथ रहकर अपनेपन को महसूस कीजिये, कुछ नया करिये , कुछ नया सीखिए और आनेवाले समय के लिए नयी तयारी कीजिये। 

अगर मेरे लिखे इस ब्लॉग के बारे में आपकी कोई भी राय हो तो जरूर दे इससे मेरा उत्साह बढ़ेगा। 

Comments